Delhi Meerut Metro : कहां तक पहुंचा निर्माण कार्य? ब्रह्मपुरी स्टेशन लगभग तैयार, मगर यहां नहीं रुकेगी नमो भारत

दिल्ली मेरठ मेट्रो (Delhi Meerut Metro) : दिल्ली से मेरठ के बीच सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है! दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) यानी ‘नमो भारत’ का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य दिल्ली और मेरठ के बीच ट्रैफिक को कम करना और यात्रियों को तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करना है। हाल ही में खबर आई है कि ब्रह्मपुरी स्टेशन लगभग तैयार है, लेकिन यहां ‘नमो भारत’ ट्रेनें नहीं रुकेंगी। आइए, जानते हैं कि अब तक इस प्रोजेक्ट में कितना काम हो चुका है और आगे की क्या योजना है।

Delhi Meerut Metro (RRTS) क्या है और इसकी जरूरत क्यों पड़ी?

दिल्ली-Meerut मेट्रो, जिसे तकनीकी रूप से RRTS (Regional Rapid Transit System) कहा जाता है, एक हाई-स्पीड ट्रांजिट सिस्टम है जो दिल्ली से मेरठ के बीच 82 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर बनाएगा।

इसकी जरूरत क्यों पड़ी?

  • दिल्ली और मेरठ के बीच भारी ट्रैफिक और जाम की समस्या को हल करने के लिए।
  • सड़क मार्ग से सफर करने में लगने वाले समय को कम करने के लिए।
  • दिल्ली-NCR के शहरों को और बेहतर तरीके से कनेक्ट करने के लिए।
  • पर्यावरण प्रदूषण को कम करने और ग्रीन ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए।

ब्रह्मपुरी स्टेशन लगभग तैयार, मगर यहां क्यों नहीं रुकेगी नमो भारत?

हाल ही में रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रह्मपुरी स्टेशन का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन यह स्टेशन अभी ‘नमो भारत’ ट्रेन के स्टॉपेज में शामिल नहीं होगा।

कारण:

  1. रैपिड ट्रांजिट का कॉन्सेप्ट: RRTS को लंबी दूरी के तेज़ सफर के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे छोटे-छोटे स्टॉप से बचा जा सके।
  2. यात्रा की स्पीड बनाए रखना: बार-बार स्टॉप लेने से ट्रेनों की औसत स्पीड कम हो जाती है।
  3. यात्रियों की जरूरतों के अनुसार प्लानिंग: ब्रह्मपुरी में यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।
  4. फ्यूचर में बदलाव संभव: भविष्य में यदि यहां यात्रियों की संख्या बढ़ती है, तो इसे स्टॉपेज में शामिल किया जा सकता है।

दिल्ली मेरठ मेट्रो : अब तक कितना काम हो चुका है?

दिल्ली-Meerut RRTS के निर्माण कार्य को चरणों में बांटा गया है।

सेक्शनस्टेटसमहत्वपूर्ण जानकारी
साहिबाबाद से दुहाईपूरा हो चुका हैपहला ऑपरेशनल सेक्शन
गाजियाबाद सेक्शननिर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा2024 तक पूरा होने की उम्मीद
मेरठ साउथ से मोदीपुरम80% निर्माण पूरा2025 तक संचालन संभव
दिल्ली से गाजियाबाद60% निर्माण पूरा2026 तक पूरा होने की उम्मीद

दिल्ली मेरठ मेट्रो : यात्रियों के लिए फायदे

‘नमो भारत’ ट्रेन सिर्फ एक नई सुविधा नहीं, बल्कि दिल्ली-मेरठ के लाखों यात्रियों की ज़िंदगी को आसान बनाने का जरिया है।

1. समय की बचत

  • वर्तमान में दिल्ली से मेरठ पहुंचने में लगभग 2 से 3 घंटे लगते हैं।
  • RRTS के जरिए यह सफर केवल 55 मिनट में पूरा होगा।

2. आरामदायक सफर

  • अत्याधुनिक कोचेस, आरामदायक सीटिंग, और एयर-कंडीशन्ड ट्रेनें।
  • ट्रेन में मुफ्त वाई-फाई और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा।

3. पर्यावरण के लिए फायदेमंद

  • यह इलेक्ट्रिक-ऑपरेटेड ट्रेन होगी, जिससे प्रदूषण कम होगा।
  • सड़क पर वाहनों की संख्या घटने से ट्रैफिक कम होगा और ईंधन की बचत होगी।

और देखो : FASTAG का सिस्टम हुआ खत्म

आम लोगों पर इसका असर: एक वास्तविक उदाहरण

रवि वर्मा, एक IT प्रोफेशनल:
रवि हर रोज मेरठ से नोएडा अपने ऑफिस आते-जाते हैं। उन्हें सड़क मार्ग से आने में करीब 3 घंटे लगते हैं। ट्रैफिक की वजह से रोजाना की थकान और समय की बर्बादी उनके लिए एक बड़ी परेशानी है। लेकिन जब से ‘नमो भारत’ ट्रेन की घोषणा हुई है, रवि की उम्मीदें बढ़ गई हैं। अब वे उम्मीद कर रहे हैं कि उनका सफर आसान और तेज़ हो जाएगा।

दिल्ली-मेरठ मेट्रो (RRTS) कब तक पूरी तरह चालू होगी?

सालप्रोजेक्ट स्टेटस
2023साहिबाबाद-दुहाई सेक्शन चालू
2024गाजियाबाद और मेरठ के कुछ हिस्सों में सेवा शुरू
2025मेरठ का मुख्य सेक्शन चालू
2026दिल्ली से मेरठ तक पूरी तरह से संचालन शुरू

बिना किसी संदेह के, दिल्ली-मेरठ मेट्रो (RRTS) दिल्ली-NCR के लाखों यात्रियों के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी। तेज़ सफर, आरामदायक यात्रा और कम समय में दूरी तय करने की वजह से यह प्रोजेक्ट न केवल लोगों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि यह आर्थिक और पर्यावरणीय रूप से भी फायदेमंद साबित होगा।

हालांकि, ब्रह्मपुरी जैसे कुछ स्टेशनों पर ट्रेन का स्टॉप न होने से कुछ यात्रियों को परेशानी हो सकती है, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य हाई-स्पीड कनेक्टिविटी बनाए रखना है। भविष्य में मांग बढ़ने पर बदलाव की संभावना बनी रहेगी।

दिल्ली-मेरठ मेट्रो सिर्फ एक ट्रेन प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि यह NCR की कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम है!

Leave a Comment